Share Market और Stock Market एक ऐसा market है जहाँ बहुत से companies के shares ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये एक ऐसी जगह है जहाँ कुछ लोग या तो बहुत पैसे कमा लेते हैं या तो अपने सारे पैसे गवा देते हैं. किसी कंपनी का share खरीदने का मतलब है उस कंपनी में हिस्सेदार बन जाना.
आप जितने पैसे लगायेंगे उसी के हिसाब से कुछ प्रतिशत के मालिक आप उस कंपनी के हो जाते हैं. जिसका मतलब ये है की अगर उस कंपनी को भविष्य में मुनाफा होगा तो आपके लगाये हुए पैसे से दुगना पैसा आपको मिलेगा और अगर घाटा हुआ तो आपको एक भी पैसे नहीं मिलेंगे यानि की आपको पूरी तरह से नुकसान होगा.
शेयर बाज़ार में शेयर कब खरीदें?
share खरीदने से पहले आप इस लाइन में पहले experience gain कर लें की यहाँ कैसे और कब invest करना चाहिये. और कैसी कंपनी में आप अपने पैसे लगायेंगे तब जा कर आपको मुनाफा होगा.
इन सब चीजों का पता लगायें ज्ञान बटोरे उसके बाद ही जा कर share market में निवेश करें. Share market में कौन सी कंपनी का share बढ़ा या गिरा इसका पता लगाने के लिए आप economic times जैसे newspaper पढ़ सकते हैं या फिर NDTV Business न्यूज़ चैनल भी देख सकते हैं जहाँ से आपको जानकारी मिल जाएगी.
ये जगह बहुत ही risk से भरी हुयी होती है इसलिए यहाँ तभी निवेश करना चाहिये जब आपकी आर्थिक स्तिथि ठीक हो ताकी जब आपको घाटा हो तो आपको उस घाटे से ज्यादा फर्क ना पड़े. या तो फिर आप ऐसा भी कर सकते हैं की शुरुआत में आप थोड़े से पैसे से निवेश करें ताकि आगे जाकर आपको ज्यादा झटका ना लगे. जैसे जैसे आपका इस field में knowledge और experience बढेगा वैसे वैसे आप धीरे धीरे अपने निवेश को बढ़ा सकते हैं.
शेयर मार्किट में पैसे कैसे लगाये?
शेयर मार्किट में पैसा कमाने के लिए आपको एक Demat account बनाना होता हैं. इसके भी दो तरीके हैं, पहला तरीका तो आप एक broker यानि की दलाल के पास जाकर एक Demat account खोल सकते हैं.
Demat account में हमारे share के पैसे रखे जाते हैं जिस तरह की हम किसी bank के खाते में अपना पैसा रखते हैं ठीक उसी तरह. अगर आप share market में निवेश कर रहे हैं तो आपका demat account होना बहुत ही जरुरी है.
क्यूंकि कंपनी को मुनाफा होने के बाद आपको जितने पैसे मिलेंगे वो सारे पैसे आपके demat account में जायेंगे ना की आपके bank account में और demat account आपके savings account के साथ लिंक हो कर रहता है अगर आप चाहे तो उस demat account से अपने bank account में बाद में धन राशी transfer कर सकते हैं.
Demat account बनाने के लिए आपका किसी भी bank में एक savings account होना बहुत जरुरी है और proof के लिए pan card की copy और address proof चाहिये होती है.
दूसरा तरीका है की आप किसी भी bank में जाकर अपना demat account खुलवा सकते हैं.
लेकिन आप अगर एक broker के पास से अपना account खुलवायेंगे तो आपको उससे ज्यादा फायदा होगा. क्यूंकि एक तो आपको अच्छा support मिलेगा और दूसरा आपके निवेश के हिसाब से ही वो आपको अच्छी कंपनी suggest करते हैं जहाँ आप अपने पैसे लगा सकते हैं. ऐसा करने के लिए वो पैसे भी लेते हैं.
India में दो main stock exchange हैं वो है Bombay stock exchange (BSE) और National stock exchange (NSE), यहाँ ही share ख़रीदे और बेचे जाते हैं. ये जो brokers होते हैं वो stock exchange के सदस्य होते हैं हम सिर्फ उनके जरिये ही stock exchange में ट्रेडिंग कर सकते हैं. हम सीधे stock market में जा कर कोई भी share खरीद या बेच नहीं सकते.
Support Level क्या होता है?
Support, या support level, उस price level को refer करता है जिसके नीचे asset की price का गिरना सबसे कम होता है उस समय में.किसी भी asset का support level create किया जाता है buyers (खरीदार) के द्वारा जो की market में enter कर रहे होते हैं जब भी asset एक lower price में चला जाता है.
Resistance Level क्या होता है?
Resistance या resistance level, एक ऐसा price point होता है जहाँ की asset की price rise में रुकावट दिखाई पड़ती है क्यूंकि एकदम से बहुत सारे sellers अपने asset को उसी price में बेचना चाहते हैं.
Price Action पर निर्भर करता है की, resistance की line, flat हो या slanted हो. वहीँ ऐसे बहुत से advanced techniques हैं resistance incorporating bands, trendlines और moving averages को identify करने के लिए.
शेयर मार्केट डाउन क्यूँ होता है?
1. जैसे की आपको शायद पता हो की किसी एक बड़े धरण के विपदा के कारण Share Market Down हो जाता है. वहीँ इस समय में coronavirus विपदा के कारण consumer behavior में बड़ा बदलाव देखा जाता है, वहीँ इससे businesses को काफ़ी नुक्सान पहुंचता है, जिससे की short-term earnings के लिए अपने stocks को बेच देते हैं. वहीँ शेयर मार्किट में उतार चढ़ाव देखने को मिलता है.
2. इस Coronavirus Crisis का कोई भी सही solution अभी तक भी मेह्जुद नहीं है, जिससे की ये investor sentiment को भय पैदा करता है. वहीँ इससे Shares में भारी मात्रा में गिरावट देखने को मिलती है.
3. वहीँ जब foreign institutional investors, mainly ETFs के द्वारा जब selling की जाती है इस global risk aversion के दौरान. इससे Share Market में काफी गिरावट देखने को मिलती है.