कैसे दोस्त बनाये

कैसे दोस्त बनाये ?

जब मैं छोटा था, माँ बाप को हमेशा मेरे दोस्तों से परेशानी थी, मुझे हमेशा ये बोला जाता था उसके साथ क्यों रहते हो, वो बदमाश है, गुंडा है, लड़कियों को घुमाता है | और लड़के नहीं है क्या शहर में, क्या यही कुछ लड़के है जो तुम्हारे दोस्त है |

मुझे लगता था लो हो गयी जिंदगी ख़राब | इनकी बाते सुनता रहू या उनके साथ थोड़ा घूम कर आ जाता हूँ | अब लगता है की माँ बाप कभी कभी ठीक ही बोलते थे, पर वो लड़के भी ख़राब नहीं थे, जवानी के दिन थे और करीब सब लड़के ऐसे ही होते है | जब हम अपने दोस्तों को मेहनत करते देखते है, परीक्षा पास करते देखते है तो वो हम भी आगे बढ़ने की कोशिश करते है | जवानी में हम वो जयादा करते है जो हमरे दोस्त करते है न की जो हमें सिखाया जाता है या फिर बताया जाता है | इसलिए दोस्तों आपसे ये बातें कर रहा हूँ, इसलिए दोस्त चुनना और भी महत्वपूर्ण हो जाता है |

हम दोस्ती किनसे करते है, जाहिर है जो हमें अच्छा लगता है उनसे करते है, पर वो हमें अच्छा क्यों लगता है ?

हमें वो अच्छा लगता है जो हमारे जैसा हो | जैसे की एक भाषा बोलता हो, बराबरी का हो, हमें समझता हो और हमारा आदर करता हो | पर क्या सब आपके लिए काफी है ? अगर आप जिंदगी में आगे बढ़ना चाहते है, अपनी पर्सनालिटी में कुछ बात लाना चाहते है तो आपको दोस्त में ऐसे बनाने होंगे जो की आपकी पर्सनालिटी में सुधार लाये, आपको एक अच्छा इंसान बनाये, आपको कॉंफिडेंट बनाये, आपकी साथ मेहनत करे | अगर आप जिंदगी में कुछ करना चाहते है तो आपको दोस्त भी बहुत सोच समझ कर बनाने होंगे |

ये हर जगह आपके काम आएगा, आगे बढ़ने में, कक्षा में अच्छे नंबर लाने में, इंटरव्यू पास होने में, परीक्षा में अव्वल आने में, लड़की पटाने में और अपनी धाक जामने में | तो क्या है वो बातें जो हमें दोस्त बनाते समय ध्यान में रखनी चाहिए |

 

दोस्त जो आपको कॉंफिडेंट बनाये – इसका मतलब है उन लोगो के साथ रहे जो आपका आत्मविश्वास बढ़ाये | ऐजा गोन्ज़ेलेज़ जो की अमेरिका में एक टीवी सीरियल में काम करती है कहती है जब कोई लड़का उनके आत्मविश्वास को बढ़ता है तो वो उसके साथ खुल कर बात करती है और यही बात उनको सेक्सी भी लगती है | ऐसे व्यक्ति के साथ वो जयादा रहना पसंद करती है |

 

देखा तो लड़कियाँ भी उन लड़को के साथ ही रहना पसंद करती है, बात करना पसदं करती है जो उनका आत्मविश्वास बढ़ाते है | हमारे दोस्त अगर हमारा मनोबल बढ़ाते है तो हम कोशिश करते है, अपनी कमियों को हम छुपाते नहीं है, खुल कर बात करते है और ये बहुत जरूरी है अपना पर्सनालिटी, व्यक्तिव को निखारने के लिए |

 

दोस्त जिनके साथ आप अपने बेस्ट में हो – दोस्त जिनके साथ आप अपने सबसे बेहतर रूप में रहते हो | मेरी एक दोस्त थी शाजिया, जब भी मैं उसके साथ रहता तो मैं फर्राटेदार अंग्रेजी बोलने लगता, हँसने, हँसाने लगता, दिमाग ऐसा लगता की हवाई जहाज़ की तेज़ी से चल रहा है |  उसके साथ बात करने के लिए ये रफ़्तार जरूरी थी, क्योकि वो लंदन में पढ़ी थी, माँ बाप इन दिनों अमेरिका में थे, आधी दुनिया घूम चुकी थी | उसके पास बात करने के लिए विषयो का भंडार था और मैं उससे ताल में ताल मिलाने की कोशिश में ही लगा था |

 

मैं सोच नहीं पा रहा था की मैं इसके साथ बदल क्यों जाता हूँ, आपने बाकी दोस्तों के साथ मैं अक्सर चुप ही रहता हूँ, सोचने की ताकत रसातल में चली जाती है, मैं एक बेवकूफ, साधारण सा लड़का बनकर रह जाता हूँ |

 

अब सोचता हूँ तो लगता है की शाज़िया के साथ मैं आपने बेस्ट में होता हूँ, ये लड़की मेरा सबसे अच्छा रूप मेरे ही सामने आकर रख देती है | कुछ लोगो में ये प्रतिभा होती है वो आपके सबसे अच्छे रूप से ही मुखातिब होना पसंद करते है |  ये जाने और देखे की वो कौन है जो आपको पहचानता है, जो आपके रूप को निखार कर के आगे ले आता है | उन लोगो के साथ रहे, जब आप ऐसा करेंगे तो धीरे धीरे आप अपने बेस्ट में ही रहने लगेंगे |

 

दोस्त जो आपकी कभी भी बेज़्ज़ती न करे – बचपन में, जवानी में मैं उन लोगो से साथ जयादा रहा जो मेरा मज़ाक उड़ाते रहते थे, कभी मेरे कपड़ो को लेकर, कभी मेरे बालो को लेकर, कभी मेरे मोटापे को लेकर | मेरा मनोबल टूट रहा था, मैं उन लोगो के साथ नहीं रहना चाहता था जो मेरी इज़्ज़त न करे | पर कोई रास्ता दिख नहीं रहा था, आखिर ये कुछ लोग मेरे कॉलेज में मेरे क्लास में थे |

 

एक दिन मैंने निश्चय किया की मैं अपनी कक्षा वालो को बता कर रहूंगा की मैं कौन हूँ | मैं हॉस्टल में अपने जूनियर दोस्तों को साथ रहने लगा, कक्षा में एक लड़की के साथ बैठने लगा और एक दिन वो परीक्षा की घडी आई ही गयी | कक्षा में सबको अलग अलग विषयो पर बोलना था, इस बार मैंने जोरदार तैयारी की, एक कहानी से शुरुआत की और कहानी को विषय के साथ जोड़ दिया, सब लोग मंत्रमुग्ध होकर सुन रहे थे |

 

मैं ये जनता था की मेरा जादू चल रहा है, कहानी जोरदार थी, विषय जोरदार था और मैं पूरी तैयारी के साथ दुश्मन को नेस्तनाबूद कर रहा था | जब मैंने बोलना ख़त्म किया तो लोग अपने सीट पर उठकर ताली बजा रहे थे, मेरे नाम के नारे लगा रहे थे | मुझे और बोलने को कहा जा रहा था, टीचर सन्न खड़े थे |

 

इस दिन के बाद कुछ दिनों तक तो किसी की हिम्मत नहीं हुई की मेरे बारे में कुछ बोले, जब आप उन लोगो से ऊपर उठ जाते है तो लोग आपका सम्मान करने लगते है , पर मैं ऐसे लोगो का साथ हमेशा के लिए छोड़ चला था |

 

जो दोस्त आपकी खिल्ली उड़ाये, आपको मज़ाक बनाये, आपके बेज़्ज़ती करे, ऐसे लोगो के साथ न रहे | ये लोग आपकी जिंदगी में कुछ भी अच्छा सहन नहीं करेंगे, ये आपके दोस्त है ही नहीं | आपके दोस्त वो है जो आपका सम्मान करे, आदर करें | ऐसे लोगो को आपकी क़ाबलियत से जवाब दे, मेहनत करे, काबिल बने और दुनिया आपके पीछे चलेगी | तब आप उन लोगो को चुन सकते है जिनकी मदद से आपने ये गुण हासिल किये, वही आपके सच्चे दोस्त हैं |

 

कुछ लोग होते हैं जिन्हे लोगो आ मज़ाक उड़कर शांति मिलती है, ख़ुशी मिलती है, ऐसे लोगो से बचे | इन लोगो का मनोबल बहुत नीचे होता है, ये लोग बिलकुल भी कॉंफिडेंट नहीं होते है | जिन के साथ रह कर आपको नुकसान ही है, जो आपको कुछ दे नहीं सकते उन लोगो के साथ रहकर क्या करना है |

 

चाहे वो लड़की हो या लड़का अपने दोस्त बनाये सोच समझ कर, ये दोस्त ही आपकी ताकत है, आपकी सफलता की कुंजी है | जवानी के जोश में हमें माँ – बाप गलत, परिवार गलत, भाई गलत, पर दोस्त सही लगते है | अगर आपके दोस्त अच्छे है तो आप भी अच्छे है, अगर वो सफल है तो आप भी सफल है | कहीं पढ़ा था की अगर किसी को जानना है तो उसके दोस्तों को जानो |

By Sahi Tarika

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